आज मैं आप लोगों से अपने दिल का एक राज बांटना चाहती हूँ… बहुत दिन से सोच रही थी कि हाले-दिल बता ही डालूं, पर डर लगता था कि लोगों को पता चलेगा तो क्या कहेंगे… पर क्या करूँ अब ये राज छुपाया नहीं जा रहा है…. पिछले कुछ दिनों से मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है…. जहाँ भी देखती हूँ बस वहीँ चेहरा दिखाई देता है…. भीड़ में, हर चेहरे पर, बस वहीँ एक चेहरा…… हर पल दिल चाहता है कि उसके पास रहूँ, उससे ढेर सारी बातें करूँ, कुछ उसकी सुनूँ…. उससे एक पल कि दूरी भी अब बरसों सी लगती है….. उससे मिले बिना ऐसा लगता है मानो मैं अधूरी हूँ… दिल में भी हमेशा एक अजीब सी हलचल होती रहती है….
मैंने कहीं ऐसा पढ़ा था कि शायद इसी को प्यार कहते हैं…. आप लोगों में से बहुतों को तो इसका अनुभव भी होगा, तो कृपया मुझे बताएं क्या यहीं प्यार है? दिल उसके बिन कहीं लगता नहीं, वक़्त गुजरता नहीं….. क्या यहीं प्यार है? (सुर में पढ़े, आजकल मेरा पसंदीदा गाना है)…..
अब जब मैंने राज बताने का निर्णय ले ही लिया है तो चलिए अब आपको उससे मिलवा भी देती हूँ….. कौन है वो जिसने मेरी रातों कि नींद और दिन का चैन चुरा लिया है… और मुझे बेचैन कर दिया है…
सफ़ेद शर्ट और नीले जींस में वो इतना सुन्दर लगता है मानो नीले-नीले आकाश से बारिश की बूंदें बरस रहीं हों… साथ ही सुनहरे-पीले रंग की कैप उसकी सुन्दरता में चार-चाँद लगा देते है….
जब भी हम मिलते हैं, यूँ लगता है मानो समय कहीं थम सा गया हो…… उसकी बाँहों में समय का पता ही नहीं चलता, कब गुजर जाता है… कभी वो गीत सुनाता है, कभी हमारी तारीफ में गजलें पढ़ता हैं… कभी-कभी सुन्दर कहानियां भी गढ़ता है…. कभी-कभी तो बातों-बातों में राजनीतिक, सामाजिक, सामयिक और आर्थिक विषयों पर हमारी वाद-विवाद भी हो जाती है…. और कभी-कभी विज्ञान की नई-नई खबरों से भी रूबरू करता है…… कुल मिलाकर जितना भी समय हम साथ बिताते हैं, बहुत ही प्यार भरा और रोचक होता है….
उसकी खूबियों की क्या बात करें, वो तो सभी चीज़ों में अव्वल है…. तभी तो हमारा प्यार है…. खेल में भी वो माहिर है…. हर एक खेल उसे पसंद है, पर आजकल उसके दिमाग में फूटबाल की खुमारी छाई है और अपने साथ हमें भी फूटबाल का दीवाना बना दिया है….
मुझे लगता है अब तक आप सब समझ ही गए होंगे कि हमारा नया-नया और पहला प्यार कौन है?… अरे अभी भी नहीं समझे….. अरे भाई ये जागरण मंच ही तो है हमारा पहला प्यार, जिसने हमें अपने प्यार के जादू में गिरफ्तार कर लिया है…. इसका अहसास हमें कुछ दिनों पहले ही हुआ…
पिछले दस दिनों से हम इस मंच यानि कि अपने पहले प्यार से दूर थे… इस दूरी ने ही हमें इस बात का अहसास कराया कि हमें किसी से प्यार हो गया है….. इन दस दिनों में हमने इस मंच को बहुत ही मिस किया… इन दिनों ही मुझे पता चला कि जागरण मंच मेरी जिंदगी का अटूट अंग बन चूका है… और इसके बिना एक पल भी जीना मुश्किल हो गया है…. हर पल दिमाग में यहीं बात आती थी कि पता नहीं मंच पर क्या नया हो रहा होगा….
हमारे कुछ ब्लोगर साथियों का हमें मेल भी मिला, जो हमारी अचानक इस तरह अनुपस्थिति से चिंतित थे…. पढ़कर अच्छा लगा कि कुछ लोगों को हमारी चिंता है…. आप सभी का धन्यवाद…. तो चलिए आप की चिंता दूर कर दे और बता दे कि इन दस दिनों में हम किस अज्ञातवास में थे….
हम किसी कांफ्रेंस के सिलसिले में बाहर गए थे…. चार दिन तो आने-जाने में ट्रेन में ही बीते…. वहां पहुँच कर कांफ्रेंस में सम्मिलित होने और अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के बीच हमें समय ही नहीं मिला कि नेट पर आ सकें…. मन तो बहुत करता था, पर नई जगह और व्यस्तता के कारण ये मुमकिन नहीं हो पाया… कल ही शाम को वापस आये हैं…. और फिर से आ गए हैं अपने प्यार के आगोश में…
इन दस दिनों में यहाँ काफी कुछ बदल गया है… सबसे बड़ी चीज़ ब्लॉग स्टार का परिणाम घोषित हो चूका है (पूरा ना सही, पर शुरुआत तो हो ही चुकी है)… सबसे पहले सभी टॉप १० ब्लोगर को हमारी तरफ से बधाई और भविष्य की शुभकामनायें…. अरविन्द जी को विशेष बधाई, इतना अच्छा मुकाम पाने के लिए… और बाकी सभी साथियों को भी, जो इस सूची में सम्मिलित नहीं हो पायें, उज्जवल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएं…. हौसला मत हारिये, आगे मंजिलें और भी हैं…. बस अपना सर्वोत्तम करने की कोशिश करिए….
सबसे महत्वपूर्ण बात, जिसके बिना ये लेख अधुरा रह जायेगा…. मेरे सभी शुभचिंतकों और पाठकों का तहे दिल से आभार, जिनके स्नेह और प्रोत्साहन ने मुझे आज इस ऊंचाई तक पहुँचाया… उनके इसी प्रोत्साहन ने हमेशा मुझे अच्छा लिखने के लिए प्रेरित किया… उम्मीद है भविष्य में भी आप सभी का प्यार इसी तरह मिलता रहेगा…
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