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काफी दिनों से मैं इस मंच पर देख रही हूँ कि कई लोग बहुत अच्छा लेख लिख रहे हैं…….. पर उन्हें उनकी क्षमता के अनुसार पाठक नहीं मिल पा रहे हैं या सीधे शब्दों में कहूँ तो लोग उनके लेखों को पढ़ नहीं रहे हैं……..क्या कारण हो सकता है कि आपका लेख अच्छा होने के बावजूद भी नहीं पढ़ा जा रहा है?……..क्या आपने कभी सोचा हैं इस बारे में?….. नहीं ना….. पर मैं आज इस जंक्शन पर लोगों का लेख पढ़ रही थी तब मेरा ध्यान इस ओर गया…… और मन में विचार आया कि क्यों ना इस बारे में कुछ लिखा जाएँ…. वैसे मैं ब्लॉग कि दुनिया में बहुत पुरानी नहीं हूँ, पर फिर भी अगर मेरे इस लेख से किसी को मदद मिलती है तो ख़ुशी होगी………..
ब्लॉग क्या है?
सरल शब्दों में कहे तो ब्लॉग नेट पर एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने आस-पास होने वाली घटनाओं और अपने मन के विचारों को अपने शब्दों में व्यक्त करते है……ये पूरी तरह से आपके अपने विचार होते हैं……..
ब्लॉग लिखते समय ध्यान देने योग्य बातें
जब आप अपना ब्लॉग लिख रहे हैं तो ये बात हमेशा ध्यान में रखे कि इसके पाठक कौन हैं और वो किस भाषा में पढना चाहते हैं…..जैसे कि इस मंच पर ज्यादातर पाठक हिंदी के ब्लॉग ही पढना चाहते हैं, तो अच्छा हो कि आप अपना ब्लॉग हिंदी में लिखे जिससे ज्यादातर पाठक इसे रूचि से पढ़े……
भाषा का चुनाव होने के बाद आती है बात शीर्षक की…….. “first impression is the best impression” इसलिए शीर्षक का चुनाव बड़े ही ध्यान से करना चाहिए……. लेख का शीर्षक एक तरह से आपके लेख की तस्वीर है, जिसे पढ़कर ही पाठक को अंदाज़ा लग जाता है कि ये लेख किस बारे में है…….. एक अच्छा शीर्षक ही लेख में पाठक कि रूचि बढाता है और उसे लेख पढ़ने के लिए प्रेरित करता है……… अगर आपके लेख का शीर्षक बहुत ही अच्छा और आपके लेख से अच्छी तरह सम्बंधित है तो समझिये आपने आधी जंग जीत ली……
शीर्षक के बाद बारी आती मुख्य लेख की…….हमेशा कोशिश करें की आपके विचार सरल और स्पष्ट भाषा में लिखे गए हो, जिसे पढ़कर पाठक को उसमें रूचि आये…… ज्यादा कठिन भाषा के प्रयोग से बचे…… एक अच्छा ब्लॉगर वह होता है जो अपने पाठको से वार्तालाप स्थापित करता है……….पाठक को ऐसा महसूस होता है कि आप उनसे ही बात कर रहे हैं, और उसकी रूचि बढ़ती है………. सबसे अच्छा तरीका है आप जिस तरह अपने लोगों से बात करते हैं, उसी भाषा शैली का प्रयोग करें…….
इसके अलावा क्या करें
क्या ना करें
ध्यान रखे
सभी का सोचने का अलग-अलग तरीका होता है…….जरुरी नहीं है कि सभी लोग हमेशा आपके विचारों से सहमत हों…..इसलिए अच्छी प्रतिक्रियाओं के साथ-साथ आलोचनाओं को भी स्वीकार करें और उससे कुछ नया सीखे……
हिंदी को हिंदी में ही लिखे, अंग्रेजी में नहीं……..आप सोच रहे होंगे ये मैं क्या लिख रहीं हूँ……..असल में कई लोग अपने हिंदी के विचारों को अंग्रेजी के fonts में लिखते हैं….आपकी रचना कितनी भी अच्छी हो, अगर आप इस तरह लिख रहे हैं तो बहुत ही कम लोग इसे पढेंगे…….अगर आप को हिंदी में कैसे लिखना है नहीं पता है, तो पूछिये ना……..बहुत ही आसान सा है……आप न्यू पोस्ट विकल्प में जाकर HTML पर क्लिक करें, बस आप जो भी टाइप करेंगे, वो हिंदी में दिखाई देगा…. ध्यान रखे नीचे हिंदी में टाइप करें का आप्शन क्लिक किया हो……..किसी को कमेन्ट करते समय hinglish वाला विकल्प चुने……..वहां भी आप जो टाइप करेंगे हिंदी में अनुवाद हो जायेगा…….
उम्मीद करती हूँ कि ये लेख नए ब्लोगर्स के लिए उपयोगी साबित होगा……तो फिर देर किस बात की है, उठाइए अपनी उंगलियाँ और चालू हो जाइये की-बोर्ड पर अपना ब्लॉग लिखने……… और इस मंच पर छा जाने………
अगर आप और कुछ जानना चाहते हैं तो आपकी प्रतिक्रियाएं सादर आमंत्रित हैं………
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